आख़िरी 10 रातों की दुआ: रमज़ान के ख़ास दिनों के लिए

last 10 nights dua

रमज़ान का महीना हर मुसलमान के लिए रहमत और बरकत का ख़ज़ाना लेकर आता है। लेकिन इस महीने की आख़िरी 10 रातें सबसे ख़ास होती हैं। ये वो रातें हैं जब अल्लाह की रहमत बरसती है और दुआएँ क़ुबूल होने का ख़ास मौक़ा मिलता है। इनमें शबे क़द्र भी छुपी होती है, जो हज़ार महीनों से बेहतर है। भारतीय मुसलमानों के लिए यह इबादत का सुनहरा वक़्त है। तो चलिए, जानते हैं कि आख़िरी 10 रातों की दुआ क्या है और इसे कैसे पढ़ना चाहिए।


आख़िरी 10 रातों की सबसे मशहूर दुआ

रमज़ान की आख़िरी 10 रातों में एक दुआ ऐसी है जो हर रात पढ़ी जा सकती है। हज़रत आयशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) ने रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) से पूछा: “अगर मुझे शबे क़द्र मिले तो क्या दुआ माँगूँ?” आपने फ़रमाया: “यह दुआ पढ़ो— اللهم إنك عفو تحب العفو فاعف عني।” चूँकि शबे क़द्र इन 10 रातों में से किसी एक में होती है, इसे हर रात पढ़ें।

अरबी में दुआ: اللهم إنك عفو تحب العفو فاعف عني

हिंदी में लिखावट: अल्लाहुम्मा इन्नका अफ़वुन तुहिब्बुल अफ़वा फा’फु अन्नी

हिंदी में मतलब: ऐ अल्लाह! तू माफ़ करने वाला है और तू माफ़ी को पसंद करता है, तो मुझे माफ़ कर दे।

English Transliteration: Allahumma innaka ‘afuwwun tuhibbul ‘afwa fa’fu ‘anni

English Translation: O Allah! You are Forgiving and You love forgiveness, so forgive me.

हर रात क्यों पढ़ें?

यह आख़िरी 10 रातों की दुआ शबे क़द्र के लिए ख़ास है। इसे हर रात—21वीं से 29वीं तक—पढ़ें ताकि उस ख़ास रात का सवाब मिल सके।


आख़िरी 10 रातों के लिए और दुआएँ

हालाँकि ऊपर दी गई दुआ हर रात के लिए काफी है, लेकिन आप इन रातों में और भी दुआएँ माँग सकते हैं। यहाँ कुछ और दुआएँ हैं जो आपकी इबादत को और ख़ूबसूरत बना सकती हैं:

1. दुनिया और आख़िरत की भलाई की दुआ

अरबी में दुआ: ربنا آتنا في الدنيا حسنة وفي الآخرة حسنة وقنا عذاب النار
हिंदी में लिखावट: रब्बना आतिना फिद दुन्या हसनतन व फ़िल आखिरति हसनतन व क़िना अज़ाबन नार
हिंदी में मतलब: ऐ हमारे रब! हमें दुनिया में भलाई दे, आख़िरत में भलाई दे, और हमें आग के अज़ाब से बचा।
English Transliteration: Rabbana aatina fid dunya hasanatan wa fil aakhirati hasanatan wa qina ‘azab an-naar
English Translation: Our Lord! Grant us good in this world and good in the Hereafter, and protect us from the punishment of the Fire.

कब पढ़ें?
यह दुआ कुरान से है और हर रात के लिए मुफ़ीद है।

2. नेकी की राह की दुआ

अरबी में दुआ: اللهم اهدني وسددني
हिंदी में लिखावट: अल्लाहुम्मा इहदिनी व सद्दिदनी
हिंदी में मतलब: ऐ अल्लाह! मुझे हिदायत दे और मेरे क़दमों को सही राह पर रख।
English Transliteration: Allahumma ihdini wa saddidni
English Translation: O Allah! Guide me and keep me on the right path.

कब पढ़ें?
इसे तहज्जुद में या सजदे में पढ़ें।


आख़िरी 10 रातों की फ़ज़ीलत

रमज़ान की आख़िरी 10 रातें इसलिए ख़ास हैं क्योंकि इनमें शबे क़द्र छुपी होती है। हदीस में आता है कि रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) इन रातों में ज़्यादा इबादत करते थे। वो नमाज़, कुरान की तिलावत, और दुआ में वक़्त गुज़ारते थे। ये रातें ताक़ रातें कहलाती हैं—21वीं, 23वीं, 25वीं, 27वीं, और 29वीं। हर रात आख़िरी 10 रातों की दुआ पढ़ने से शबे क़द्र का सवाब मिल सकता है।


इन रातों में दुआ कैसे माँगें?

इन ख़ास रातों में दुआ को क़ुबूल करवाने के लिए कुछ आसान तरीक़े हैं:

  • तहज्जुद का वक़्त: रात का आख़िरी हिस्सा दुआ के लिए सबसे बेहतर है।
  • सजदे में: नमाज़ में सजदे के दौरान दुआ माँगें।
  • दिल से पुकार: ख़ामोशी में गुनाहों की माफ़ी माँगें और नेक ख़्वाहिशें रखें।
  • कुरान के बाद: तिलावत के बाद हाथ उठाकर दुआ करें।

और दुआएँ जानने के लिए हमारी साइट पर रमज़ान की दुआ और शबे क़द्र की दुआ देखें।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

आख़िरी 10 रातों की सबसे अच्छी दुआ कौन सी है?

सबसे मशहूर आख़िरी 10 रातों की दुआ है: “اللهم إنك عفو تحب العفو فاعف عني”। इसका मतलब है—ऐ अल्लाह! मुझे माफ़ कर दे।

क्या हर रात अलग दुआ पढ़नी चाहिए?

नहीं, एक ही दुआ हर रात पढ़ सकते हैं। मगर चाहें तो और दुआएँ जोड़ सकते हैं।

आख़िरी 10 रातें कब से शुरू होती हैं?

रमज़ान की 21वीं रात से 29वीं रात तक ये रातें चलती हैं। 27वीं रात को सबसे ज़्यादा अहमियत दी जाती है।

क्या हिंदी में दुआ माँग सकते हैं?

हाँ, अरबी के साथ-साथ हिंदी या अपनी ज़बान में भी दुआ माँग सकते हैं। अल्लाह नीयत देखता है।


बात ख़त्म करने से पहले

रमज़ान की आख़िरी 10 रातें अल्लाह की रहमत का तोहफ़ा हैं। आख़िरी 10 रातों की दुआ के ज़रिए माफ़ी माँगें और नेकी की राह पर चलें। अगर आपको यह दुआ पसंद आई, तो इसे अपने दोस्तों और घरवालों के साथ ज़रूर शेयर करें!